लव जिहाद का मामला धर्म के नाम पर धोखा, दोस्ती के नाम पर दरिंदगी – नाबालिग हिंदू को बना डाला शिकार

धर्म परिवर्तन की दीवानगी में इंसानियत भूले


धर्म के नाम पर धोखा, दोस्ती के नाम पर दरिंदगी – नाबालिग को बना डाला शिकार
हरिद्वार, 03 मई 2025 भगवा सनातन टाइम्स

हरिद्वार के बहादराबाद थाना क्षेत्र में एक मासूम बालिका की गुमशुदगी ने जैसे ही दस्तक दी, पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। लेकिन किसी को अंदेशा नहीं था कि इसके पीछे छिपी होगी एक दिल दहला देने वाली साजिश – एक ऐसा जाल जिसमें मासूम को फंसाकर नेपाल तक ले जाने की योजना थी।


01 मई की सुबह, जब बच्ची स्कूल के लिए निकली लेकिन लौटकर नहीं आई, तो उसके पिता ने बहादराबाद थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। मामला दर्ज होते ही एसएसपी हरिद्वार के आदेश पर पुलिस टीमों का गठन हुआ – और फिर शुरू हुई एक रेस, वक्त के साथ।

सीसीटीवी फुटेज की परतों में छिपे सुरागों को खंगालते हुए पुलिस पहुंची बस स्टैंड तक – जहां से बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया गया। लेकिन पुलिस की पकड़ में जो आया, वह था इस कहानी का मुख्य खलनायक – तनवीर, उम्र 40 वर्ष।

जैसे-जैसे पूछताछ की परतें खुलीं, सामने आईं वो सच्चाइयाँ जिन्होंने पुलिस तक को चौंका दिया।

पीड़िता ने बताया कि तनवीर से उसकी जान-पहचान वर्ष 2017 में हुई थी – तब वह नाबालिग थी। उसी वर्ष, उसने पहली बार उसे अपने ही घर में हवस का शिकार बनाया। इसके बाद ये सिलसिला कई बार दोहराया गया – घर हो या गैस्ट हाउस, तनवीर की दरिंदगी थमी नहीं।

खुलासे यहीं नहीं रुके। तनवीर उसे एक वकील नाजिम के पास ले गया – जिसने कथित रूप से धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया और झांसा दिया कि तब ही तनवीर से उसकी शादी हो सकेगी और वे नेपाल भेज दिए जाएंगे।

02 मई को हनुमान मंदिर के पास स्थित एक गेस्ट हाउस में, तनवीर और वकील नाजिम – दोनों ने मिलकर पीड़िता को फिर अपनी हवस का शिकार बनाया।




 

पुलिस ने इस सनसनीखेज खुलासे के बाद BNS और POCSO की गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। 03 मई को दूसरे आरोपी – नाजिम को भी उसके ठिकाने से गिरफ्तार कर लिया गया।

गिरफ्तार आरोपी –

1.तनवीर पुत्र मो. अनवर, उम्र 40 वर्ष

2.नाजिम पुत्र सलीम अहमद, उम्र 35 वर्ष

हरिद्वार पुलिस की तत्परता से जहां एक मासूम की ज़िंदगी बर्बाद होने से बच गई, वहीं एक संगठित साजिश का भंडाफोड़ भी हुआ।

क्या और भी मासूम इस गैंग का शिकार हो चुके हैं?

क्या नेपाल ले जाने का वादा महज़ एक मुखौटा था किसी बड़े रैकेट का?

इस केस के आगे की तफ्तीश में हो सकते हैं और भी खौफनाक खुलासे…
नीरज सिंह की रिपोर्ट