रिपोर्ट राजेंद्र कोशवाल
चमोली
उत्तराखंड राज्य अपने रीति रिवाज के लिए बहुत प्रसिद्ध है यहां पर अनेक प्रकार से शादी विवाह होते हैं लोग बढ़-चढ़कर इसमें भाग लेते हैं लोग भी वे हिसाब से शादी विवाह में पैसे को खर्च करते हैं खाने पीने की दुनिया भर की सामग्री रहती है लोग अपने नाते रिश्तेदारों को भरपूर मात्रा में बुलाते हैं एक से बढ़कर एक पकवान और स्वादिष्ट व्यंजन परोसते हैं और इस शादी विवाह में लोग एक दूसरे के साथ कंपटीशन रहता है कि इसने इतना की पैसे आने वाले समय में अपने बच्चों का इतना जोरदार ढंग से शादी विवाह करूंगा लेकिन यह केवल पैसे की बर्बादी है और भोजन की बर्बादी है कई लोग आधा भोजन खाकर आधा भजन फेंक देते हैं क्योंकि भजन उन लोगों से पूछो जो एक समय कहते हैं एक समय भूखे पेट सो जाते हैं कई अपने बच्चों की शादी के लिए बैंकों से ऋण लेते हैं और दिखाओ की दौड़ पर जीवन भर कर्ज के नीचे दबे रहते हैं और वह कर्ज से बाहर नहीं निकाल पाते हैं हमारे चमोली जिले के जिलाधिकारी डॉक्टर संदीप तिवारी उनकी पत्नी पूजा इन दोनों ने पहले कोर्ट मैरिज किया फिर इन्होंने दोनों ने गोपीनाथ मंदिर में गोपेश्वर में शादी किया यह एक बहुत-बहुत बड़ा उदाहरण है किस प्रकार से जिला अधिकारी ने लोगों को बताया कि फालतू पैसे की बर्बादी फालतू भोजन की बर्बादी नहीं करना चाहिए सैंपल जीवन जीना चाहिए यह इतने बड़े अधिकारी होने के पश्चात भी यह कई प्रकार के भजन कई प्रकार व्यंजन बड़े-बड़े अधिकारी अफसर को अपने शादी में निमंत्रण दे सकते थे लेकिन इन्होंने समाज को यह संदेश दिया कि आप लोग फालतू के चीजों में ना पड़े और कर्ज के बोझ के अंदर ना दवे ऐसे जिलाधिकारी को हम बारंबार धन्यवाद देते हैं और इनका जो कार्य है बहुत ही उच्च स्तरीय कार्य है यह गरीबों के मसीहा कहलाते हैं चमोली जिले में और सरकार के द्वारा जो भी योजना चलाई जाती है गरीबों तक पहुंचाने का काम करते हैं और अधिकारियों को विशेष इनका निर्देश देता है कि कोई भी गरीब हमारी योजनाओं से वंचित न रहे इसलिए लोग संदीप तिवारी जिला अधिकारी को तहे दिल से चमोली जिले में चाहते हैं कि वह बने रहें और उनका शादी की बहुत-बहुत शुभकामनाएं देते हैं
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