पांच वर्ष से अधिक आयु वाले बच्चों को कक्षा 1 में प्रवेश देने के स्पष्ट दिशा निर्देशों की मांग

5 प्लस आयु वाले बच्चों को कक्षा 1 में प्रवेश देने के स्पष्ट दिशा निर्देशों की मांग

उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ रुड़की के ब्लॉक अध्यक्ष मनमोहन शर्मा द्वारा उप शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा रुड़की को पत्र प्रेषित किया गया

रुड़की। उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ रुड़की के ब्लॉक अध्यक्ष मनमोहन शर्मा द्वारा उप शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा रुड़की को पत्र प्रेषित करते हुए उत्तराखंड शासन के शासनादेश व राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा अभियान उत्तराखंड के पत्र का हवाला देते हुए पांच प्लस आयु वर्ग के ऐसे बालक बालिकाओं को कक्षा एक में प्रवेश के सम्बंध में स्पष्ट दिशा निर्देश जारी करने हेतु पत्र प्रेषित किया है जो प्री प्राइमरी, बाल वाटिका कक्षाओं को 5 प्लस आयु वर्ग में पास कर चुके है।
ज्ञात हो कि उत्तराखंड शासन ने गत वर्ष नई शिक्षा नीति के तहत कक्षा एक में प्रवेश हेतु आयु सीमा में परिवर्तन किया है। नई नीति के तहत कक्षा एक में एक अब उन्ही बालक बालिकाओं का प्रवेश होगा जो 1 अप्रैल को 6 वर्ष की आयु पूरी कर चुके हैं। 
मनमोहन शर्मा द्वारा बताया गया कि उत्तराखंड शासन के शासनादेश की सही व्याख्या नही की जा रही है। उन्होंने बताया कि आठ मई 2024 को जारी शासनादेश में यह बात अवश्य लिखी है कि कक्षा 1 में 1 अप्रैल को 6 वर्ष की आयु पूरी कर चुके बच्चो को ही प्रवेश मिलेगा परंतु उसी शासनादेश में यह व्यवस्था भी उल्लेखित है कि ऐसे बच्चे जिन्होंने पूर्व में ही प्री प्राइमरी कक्षाओं नर्सरी, एल के जी, यू के जी या बाल वाटिकाओं कक्षाओं में प्रवेश ले लिया है उनकी शिक्षा बाधित न हो इसलिए उन्हें पूर्व की भांति प्रवेश दिया जाएगा। जिसका सीधा सा अर्थ है कि यदि किसी बच्चे ने पूर्व निर्धारित आयु सीमा के आधार पर वर्ष 2024 में नर्सरी में प्रवेश लिया हो और वह भी पांच प्लस आयु के आधार पर 1 अप्रैल 2027 में कक्षा 1 में प्रवेश हेतु अर्ह है। चूंकि शासनादेश में आगामी वर्षों में प्री प्राइमरी, बाल वाटिका कक्षाओं हेतु नई आयु सीमा के आधार पर ही प्रवेश लेना बाध्यकारी किया गया है ऐसे में कक्षा 1 में 6 वर्ष की आयु सीमा शैक्षिक सत्र 2027-28 से ही लागू होना संभव है।
परंतु बार बार यह प्रचारित किया जा रहा है कि कक्षा 1 में 1 अप्रैल को 6 वर्ष की आयु पूरी कर चुके बालक बालिकाओं को ही प्रवेश होगा। जिसके कारण एक और जहां ऐसे बालक बालिकाओं को कक्षा 1 में प्रवेश मिलने में समस्या आ रही है वही दूसरी और राजकीय प्राथमिक विद्यालयों को ऐसे बालक बालिका नही मिल पा रहे है जो 01 अप्रैल को 6 वर्ष की आयु सीमा पूरी कर चुके हो। राजकीय प्राथमिक विद्यालय कक्षा 1 में प्रवेश सम्बन्धी समस्याओ से जूझ रहे है।
उन्होंने वर्तमान व आगामी शैक्षिक सत्र में भी पांच प्लस आयु वर्ग वाले बच्चो को कक्षा 1 में प्रवेश देने के दिशा निर्देश जारी करने की मांग उप शिक्षा अधिकारी से की है। 
रिपोर्टर नीरज सिंह