जोशीमठ ज्योति मठ आपदा प्रवाहितों के दो वर्ष भी जाने कोई भी मांग नहीं हुई पूरी पुणे आंदोलन पर विचार।

जोशीमठ ज्योति मठ आपदा प्रवाहितों के दो वर्ष भी जाने कोई भी मांग नहीं हुई पूरी पुणे आंदोलन पर विचार।

जोशीमठ 


रिपोर्टर राजेंद्र कोषवाल 



आपदा प्रभावित जोशीमठ की जनता ने लगातार लंबे समय तक आंदोलन किया था वर्तमान सरकार ने आपदा प्रभावित की सभी मांगों पर सहमति और शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया था और सरकार की समझाने पर आपदा प्रभावित लोगों ने आंदोलन को स्थगित किया था आपदा प्रबंधन कहना है कि 2 वर्ष भी जाने पर भी अभी तक आपदा प्रभावित की समस्या के हाल के लिए प्रतीक्षा कर रहे हैं प्रभावित के कई परिवार अभी भी अस्थाई रूप से राहत शिविरों में रहने को मजबूर है सैकड़ो अन्य अपने भविष्य के प्रति अनिश्चित किराए पर अर्थात उन्हें क्षतिग्रस्त घरों में रहने को बेहोश है आपदा प्रभावित का कहना है घर का मुआवजा मिला है तो भूमिका मूल्य अथवा भूमिका चयन अभी तक नहीं हुआ है जिससे विस्थापित पुनर्वासित होने की सारी प्रक्रिया रुकी हुई है कई लोगों का मुआवजा ही ताई नहीं हो पाया है जिसमें राजीव आवास प्रधानमंत्री आवास तीन रोड और परंपरागत पत्थर के घर आदि शामिल है आपदा प्रवाहित का कहना है।
 कि एक महा उपरांत चार धाम यात्रा और दो महा बरसात का समय शुरू हो जाने जिससे पहले ही भाषाओं से प्रभावित क्षेत्र पर गंभीर असर होने की आशंका रहेगी समय बीत जाने में जनता लगातार संतोष व्यक्त हो रहा है लगातार लिखने बोलने के बाद भी धरातल पर कार्रवाई नहीं दिखाई दे रहा है जिससे पुणे बड़े आंदोलन को जनता को विवश होना पड़ा है पर आपदा प्रभावित का कहना है कि तुरंत समस्त मांगों को पूरा किया जाए जिसमें प्रमुख रहे अतुल सती दीपक टम्टा प्रकाश मोतियाल हरीश टम्टा तारा देवी गौरी देवी और अन्य आपदा प्रभावित लोग मौजूद रहे ।