हरदोई: जिलाधिकारी ने की ग्राम्य विकास एवं पंचायती राज विभाग की समीक्षा बैठक

हरदोई: विकास भवन सभागार में जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में ग्राम्य विकास विभाग एवं पंचायतीराज विभाग की योजनाओं की समीक्षा बैठक हुई। जिलाधिकारी ने कहा कि व्यक्तिगत शौचालयों के कार्य मे तेजी लायी जाए। उन्होंने कछौना विकास खण्ड में खराब प्रगति को लेकर एडीओ पंचायत को प्रतिकूल प्रविष्टि तथा बिलग्राम व माधोगंज के एडीओ पंचायत को कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि आरआरसी केन्द्रों का निर्माण तेजी से कराया जाए। उन्होंने भूमि के चिन्हीकरण का कार्य पूर्ण न होने पर बीडीओ बेहन्दर, पिहानी व सांडी का वेतन रोकने के निर्देश दिए। ओडीएफ प्लस की समीक्षा करते हुए उन्होंने प्रगति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी विकास खण्डों की जनपद स्तर पर रैंकिंग जारी की जाए और संबंधित की जवाबदेही निर्धारित की जाए। उन्होंने वर्ष 2022-23 में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के अंतर्गत भुगतान लम्बित रहने पर बीडीओ सांडी को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। 

बेगमगंज संडीला में प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन के लिए स्थापित यूनिट में प्लास्टिक भेजने हेतु दिवसवार रोस्टर तैयार किया जाए। अवशेष अंत्येष्टि स्थल का निर्माण कार्य जल्द पूरा किया जाए। ग्राम पंचायत में पब्लिक एड्रेस सिस्टम व सीसीटीवी कैमरे के लिए प्रस्ताव तैयार किया जाए। स्थान चयन के लिए ग्राम के संभ्रांत लोगों से बात की जाए। इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। उन्होंने खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि सफाई कर्मचारियों से नियमित अंतराल पर संवाद किया जाए। ग्रामों में सफाई को लेकर नागरिकों से फीडबैक लिया जाए। किसानों के साथ बैठक की जाए। 

जिलाधिकारी ने विकास खण्ड पिहानी की ग्राम पंचायत नेदुरा के ग्राम प्रधान को गुणवत्ता प्रबंधन व्यवस्था के लिए आइएसओ 9001 रू 2015 प्रमाणपत्र प्रदान किया। ग्राम्य विकास विभाग की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि वर्ष 2022-23 के प्रधानमंत्री आवास योजना के अवशेष लाभार्थियों को नियमानुसार धनराशि का भुगतान जल्द कराया जाए। नियमित आधार पर भुगतान की समीक्षा की जाए। वर्ष 2023-24 के भी भुगतान में तेजी लायी जाए। चिन्हित अमृत सरोवरों का अवशेष कार्य जल्द पूरा किया जाए। विकास खण्डों में गोवंश संरक्षण की नियमित समीक्षा की जाए। 

आवश्यकतानुसार गोशालाओं का विस्तारीकरण व नई गोशालाओं के लिए भूमि का चिन्हीकरण किया जाए। प्रत्येक गोशाला में कम से कम तीन केयरटेकर की तैनाती की जाए। कंट्रोल रूम का नंबर प्रत्येक गोशाला में अंकित कराया जाए। प्रवर्तन दल को सक्रिय रखा जाए। ग्राम पंचायतों की लंबित जांचों को जल्द पूर्ण किया जाए। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी सौम्या गुरुरानी, डीपीआरओ विनय कुमार सिंह, ग्राम प्रधान बांसा व नेदुरा तथा सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।